भारत में इंजीनियर बनने के लिए हर कोई आईआईटी में एडमिशन (IIT Admission) लेना चाहता है लेकिन क्या आप किसी ऐसी यूनिवर्सिटी को जानते हैं जो आईआईटी से काफी ऊपर के लेवल की हो. MIT यानी Massachusetts Institute of Technology दुनियाभर में नंबर वन रैंकिंग पर रहने वाली यूनिवर्सिटी है. हर देश का होनहार स्टूडेंट इस यूनिवर्सिटी से इंजीनियरिंग करने के सपने सँजोता है. अगर आप भी एमआईटी में एडमिशन (Admission in MIT) लेना चाहते हैं तो आपको पता होना चाहिए की एमआईटी में एडमिशन कैसे होता है?
एमआईटी कहाँ है? (Where is MIT?)
एमआईटी क्या है और एमआईटी कहाँ है? इस बारे में काफी लोग नहीं जानते हैं. एमआईटी का पूरा नाम Massachusetts Institute of Technology है. एमआईटी United States में स्थित एक यूनिवर्सिटी है जो हर साल दुनियाभर के एजुकेशन इंस्टीट्यूट की रैंकिंग में हमेशा पहले या दूसरे स्थान पर रहती है. इंजीनियरिंग के लिए इसे दुनिया का बेस्ट इंस्टीट्यूट (Best Engineering institute in world) कहा जाता है. एमआईटी के कई पासआउट आज दुनियाभर में नाम कमा रहे हैं. कई नोबल प्राइज़ पाने वाले वैज्ञानिक और इंजीनियर एमआईटी से जुड़े हैं. एमआईटी हर साल बड़ी ही सोच-समझकर अपने कोर्सेस के लिए स्टूडेंट का चयन करता है.
एमआईटी में एडमिशन कैसे होता है? (How to take admission in MIT?)
भारत में अगर इंजीनियरिंग करना हो तो आपको आईआईटी देनी होती है और इसी के पीछे लाखों बच्चे दिन-रात मेहनत करते हैं लेकिन आईआईटी सिर्फ आपके मार्क्स के आधार पर आपको सिलेक्ट करती है. अगर आपके मार्क्स कम आए तो आपका सिलेक्शन आईआईटी में नहीं होता है. वहीं एमआईटी में आपके मार्क्स के साथ-साथ आपका ओवरऑल प्रदर्शन देखा जाता है. कई बार एमआईटी में ऐसा भी होता है की जिन बच्चों के नंबर कम आते हैं उनके भी एडमिशन एमआईटी में हो जाते हैं. ऐसा इसलिए होता है क्योंकि वे सभी चीजे जैसे पढ़ाई, खेलकूद तथा अन्य गतिविधियों में अच्छे हैं. जबकि आईआईटी में एडमिशन के लिए सिर्फ आपकी पढ़ाई से मतलब होता है न कि आपके ओवरऑल प्रदर्शन से.
एमआईटी एडमिशन के लिए योग्यता (MIT Admission Eligibility)
एमआईटी में आप हर साल इंजीनियरिंग में ग्रेजुएशन और पोस्ट ग्रेजुएशन के लिए एडमिशन ले सकते हैं. अगर आप इंजीनियरिंग में ग्रेजुएशन करना चाहते हैं तो आपको नीचे दी गई एक्जाम पास करनी होती है.
– आपको 12वी फिजिक्स, केमेस्ट्री, मैथ और बायो के साथ पास करनी होती है.
– इसके बाद या तो आपको SAT Exam या फिर TOFEL देनी होती है.
– अगर आप SAT दे रहे हैं तो आपके मार्क्स 1600 में से 1550 होने ही चाहिए.
– SAT के अंतर्गत आपको विषय के रूप में Math, Physics, Chemistry, Bio के पेपर देने होते हैं जिनमें आपके मार्क्स 790 होने चाहिए.
– TOFEL में आपका स्कोर 100 में से 90 होना चाहिए.
– आप यदि स्कूल के दिनों में किसी अतिरिक्त गतिविधि जैसे खेलकूद, संगीत, कला आदि के क्षेत्र में सक्रिय हैं तो उसका फायदा आपको एमआईटी एडमिशन में मिलता है.
– एमआईटी एडमिशन के लिए आपके पास आपके दो स्कूल टीचर का Recommendation Letter होना चाहिए. ये दोनों टीचर Science, Humanity या Language Subject से संबन्धित हो सकती हैं.
इन सभी चीजों के साथ आप एमआईटी में एडमिशन के लिए अप्लाई कर सकते हैं.
एमआईटी की फीस (Fees of MIT)
एमआईटी यूएस में है तो उसकी फीस भी उसी हिसाब से होगी. अगर एमआईटी की सालाना औसत फीस की बात करें तो यहाँ हर साल के लिए एक स्टूडेंट से 52 लाख रुपये फीस ली जाती है. अब आप सोच रहे होंगे कि इतनी फीस कोई कैसे चुकाएगा. तो चिंता करने की बात नहीं है. इसका काफी सारा हिस्सा एमआईटी की स्कॉलरशिप के जरिये कम हो जाता है. साल 2019 के आंकड़ों के अनुसार एमआईटी हर स्टूडेंट को 34 लाख रुपये तक स्कॉलरशिप देती है.
एमआईटी में मार्क्स के आधार पर स्कॉलरशिप नहीं मिलती. यहाँ पर आपकी जरूरत के आधार पर आपको स्कॉलरशिप मिलती है. अगर एमआईटी को लगता है कि आप फीस चुकाने में सक्षम हैं तो आपको स्कॉलरशिप नहीं मिलेगी. वहीं एमआईटी को लगेगा कि आपकी आर्थिक स्थिति अच्छी नहीं है तो एमआईटी आपको 34 लाख से भी ज्यादा स्कॉलरशिप दे सकती है.
इन सभी के अलावा आप एमआईटी की फीस भरने के लिए लोन ले सकते हैं. देश में कई संस्थान हैं जो एमआईटी के लिए आसानी से एजुकेशन लोन दे देते हैं. अगर फिर भी कोई लोन न दे तो आप एमआईटी के जरिये ही लोन ले सकते हैं. एमआईटी खुद अपने स्टूडेंट को फीस भरने एक लिए लोन देती है जिसे स्टूडेंट को पढ़ाई खत्म होने के 6 महीने बाद से रिपेमेंट करना होता है.
एमआईटी एडमिशन प्रोसैस (MIT Admission process for Indian student)
– सबसे पहले एमआईटी की ऑफिशियल वेबसाइट https://www.mit.edu/ पर जाएँ और एडमिशन वाले सेक्शन पर क्लिक करें. इसमें आपको एडमिशन की लिंक मिल जाएगी.
– इसमें सबसे पहले आपको अपनी कुछ पर्सनल डीटेल जैसे आपका नाम, पता, मोबाइल नंबर, एजुकेशन आदि की जानकारी ली जाती है. साथ ही आपको 75 डॉलर फीस भी भरनी होती है.
– इसके बाद आपसे गहराई से डीटेल ली जाती है जिसमें आपसे आपकी पर्सनल डीटेल, एजुकेशन डीटेल, रेसिडेंशियल डीटेल आदि पूछी जाएगी.
– इसके बाद आपको साइन्स, लैंगवेज़ या Humanity से संबन्धित दो टीचर का Recommendation Letter अटैच करना होगा.
– इसके बाद आपको दिये गए टॉपिक पर 250 से 300 शब्दों में एक निबंध (Essay) लिखना होगा.
– इसके बाद आपके SAT या TOFEL के जो भी स्कोर कार्ड हैं उन्हें सबमिट करना होता है.
– इसके बाद दो टीचर का Recommendation Letter फिर से अपलोड करना होता है.
– इन सभी के बाद आपका एमआईटी की टीम द्वारा आपका इंटरव्यू विडियो कॉलिंग के जरिये लिया जाता है.
इन सभी के बाद एमआईटी ये तय करती है कि वो आपको एमआईटी में एडमिशन देंगे या नहीं. अगर आप आईआईटी की तैयारी कर रहे हैं तो आपको SAT exam का टेंशन लेने की जरूरत नहीं है. क्योंकि जो प्रश्न आईआईटी में पूछे जाते हैं उसी तरह के प्रश्न एमआईटी में भी पूछे जाते हैं. लेकिन एमआईटी एडमिशन में इंग्लिश का काफी ज्यादा महत्व होता है. इंग्लिश आपके SAT और TOFEL के स्कोर को बढ़ाने में मदद करती है इसलिए अन्य विषय के साथ इंग्लिश पर भी पूरा ध्यान दें.
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