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Career in Cricket : क्रिकेटर कैसे बनें, भारत की बेस्ट क्रिकेट एकेडमी?

भारत में क्रिकेट (Cricket) एक धर्म की तरह है. अगर भारत जीत जाती है तो यहां ऐसा जश्न होता है मानो दिवाली हो. कई लोग अपनी पसंद के क्रिकेटर को फॉलो करते हैं. और काफी लोग उनके जैसा क्रिकेटर (Cricketer) बनना चाहते हैं. क्रिकेटर की चमकती हुई लाइफ को देखकर ये तय करना की आप भी क्रिकेटर बनेंगे काफी आसान काम है लेकिन उनके जैसा क्रिकेटर बनना और उस मुकाम पर पहुंचना काफी मुश्किल है क्योंकि उसके लिए काफी मेहनत, टैलेंट और समय की जरूरत होती है.

क्रिकेटर कैसे बनें? (How to become a cricketer?)

क्रिकेटर बनने के लिए कोई पढ़ाई नहीं करनी होती है ना ही क्रिकेटर बनने के लिए किसी एक्जाम में टॉप स्कोर करना है. क्रिकेटर बनने के लिए आपको बस अच्छा और बहुत अच्छा क्रिकेट खेलना है ताकि जब इंडिया टीम का सिलेक्शन हो तो सिलेक्टर की नजर बस आप पर रहे. क्रिकेटर बनने के लिए आपको समय देने और मेहनत करने की जरूरत होती है.

क्रिकेटर बनने की सही उम्र (Right age to become a cricketer?)

क्रिकेट को खेलना आप किसी भी उम्र में शुरू कर सकते हैं. लेकिन आप वास्तव में एक अच्छा क्रिकेटर बनना चाहते हैं तो आपको बचपन से यानि 8 से 10 साल की उम्र से ही क्रिकेट खेलना शुरू करना चाहिए. इस उम्र से ही आपका लक्ष्य बस क्रिकेट होना चाहिए. इन सभी में आपको एक बात का ध्यान रखना है की क्रिकेट के साथ आपको पढ़ाई भी करनी है. इसलिए क्रिकेट और पढ़ाई को पूर्ण समय दें.

क्रिकेटर बनने के लिए क्या करें? (How to make career in cricket?)

क्रिकेटर बनने से पहले आपको इसके बारे में कुछ जरूरी चीजें जान लेनी चाहिए जो आपको आगे देखनी पड़ सकती है. ये चीजें आपका भविष्य तय करती हैं.

– क्रिकेटर बनने के लिए आपको एक अच्छे कोच और अच्छी क्रिकेट एकेडमी की जरूरत होती है. हो सकता है इसके लिए आपको अपने शहर से दूसरे शहर में जाकर क्रिकेट की प्रैक्टिस करना पड़े.
– क्रिकेट खेलने के लिए आपको क्रिकेट किट, अपने खान पान आदि पर पैसा खर्च करना पड़ता है. इसलिए अगर आप आर्थिक रूप से सक्षम है तो ही क्रिकेट की फील्ड में उतरे.
– क्रिकेट खेलने में आपको काफी पैसा खर्च करना पड़ता है जैसे क्रिकेट कोचिंग की फीस, क्रिकेट किट का खर्च, आप दूसरे शहर में है तो वहां रहने का खर्च, आपके खाने-पीने तथा डायट का खर्च.
– क्रिकेट खेलने के साथ-साथ आपको अपनी पढ़ाई पर भी पूरा ध्यान देना है. आप ये मत सोचिए की क्रिकेटर बन गए तो पढ़ाई से क्या लेना-देना. आपकी कदर तो आपके खेल से होगी. ये सही है की आपकी कदर आपके खेल से होगी लेकिन एक अच्छा क्रिकेटर बन जाने के बाद आपको निखारने का काम आपकी पढ़ाई ही करेगी. इसलिए पढ़ाई छोड़कर क्रिकेट खेलने का निर्णय न लें.
– क्रिकेटर बनने से पहले ये तय करें की आप क्रिकेटर क्यों बनना चाह रहे हैं? क्या आप खुद क्रिकेटर बनना चाहते हैं? क्या आप बहुत अच्छा क्रिकेट खेलते हैं? या फिर आपके परिवार में किसी की दिली इच्छा है की आप क्रिकेटर बने? इनमें से यदि आप बहुत अच्छा क्रिकेट पहले से ही खेलते हैं तो ही क्रिकेटर बनने का फैसला लें अन्यथा न लें.

क्रिकेट की ट्रेनिंग कैसे लें? (How can I play good cricket?)

क्रिकेटर बनने के लिए और टीम में सिलेक्शन के लिए सबसे ज्यादा जरूरी है आपका एक अच्छी एकेडमी में होना. अगर आप किसी बड़े शहर में रहते हैं तो आपके शहर में जरूर अच्छी क्रिकेट एकेडमी होगी. आमतौर पर कई शहरों में क्रिकेट एकेडमी है. आपको बस उस क्रिकेट एकेडमी को ढूँढना है जो DDCA (Delhi and District Cricket Association) से संबन्धित हो. किसी भी क्रिकेट एकेडमी को जॉइन करने से पहले इसकी पड़ताल जरूर करें.

भारत में बेस्ट क्रिकेट कोचिंग (Best cricket academy in india?)

सहवाग क्रिकेट एकेडमी – झज्झर
कर्नाटक इंस्टीट्यूट ऑफ क्रिकेट – बेंगलोर
अभिमन्यु क्रिकेट एकेडमी – देहारादून
मदनलाल क्रिकेट एकेडमी – नई दिल्ली
जयपुर क्रिकेट एकेडमी – जयपुर

नेशनल क्रिकेट टीम में कैसे सिलेक्ट हो? (How do you get selected for Indian cricket team?)

नेशनल क्रिकेट टीम में सिलेक्ट होने का कोई शॉर्टकट नहीं है. यहां आपको अपनी मेहनत और टैलेंट के दम पर ही पहुंचना होगा. नेशनल क्रिकेट टीम तक जाने का रास्ता आपकी प्रैक्टिस और आपके खेल के प्रदर्शन से जाता है.
– अगर आप बचपन से क्रिकेट खेल रहे हैं तो आपको आपकी एकेडमी जिन टूर्नामेंट में भाग लेती है उनमें भाग लेकर अच्छा प्रदर्शन करना होगा. ताकि आप लोगों की नजरों में आए.
– क्रिकेट क्लब और एकेडमी घरेलू क्रिकेट टूर्नामेंट आयोजित करती है. इनमें आपके पास मौका होता है की आप अपने शानदार प्रदर्शन के बूते पर खुद को साबित कर सकें. यहीं से नेशनल टीम में पहुंचने की शुरुवात हो जाती है.
– क्रिकेट एकेडमी की मदद से आप अपने राज्य के लिए भी खेल सकते हैं. स्टेट से खेलने पर कई सिलेक्टर इन खिलाड़ियों पर नजर रखते हैं जो अच्छा खेलता है वो उसे यहां से चुन लेते हैं.
– नेशनल टीम तक पहुंचने के कई रास्ते हैं. इसकी शुरुवात अंडर 15 से कर सकते हैं. अंडर 15 के बाद आप अंडर 19 तक अपने सिलेक्शन को पक्का करने के लिए मेहनत कर सकते हैं.

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By रवि नामदेव

युवा पत्रकार और लेखक

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